कपालभाति करने का सबसे सरल तरीका
योग व प्राणायाम शरीर व मन का विकास करते है। इसके अनेक शारीरिक और मानसिक लाभ हैं परंतु इसका उपयोग किसी दवा आदि की जगह नही किया जा सकता यह आवश्यक है की आप यह योगासन किसी प्रशिक्षित योग अध्यापक के निर्देशानुसार ही सीखें और करें। यदि आपको कोई शारीरिक दुविधा है तो योगासन करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी भी योग प्रशिक्षक से अवश्य संपर्क करें। और गलत विधि आपके स्वस्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकते है
Kapalbhati Pranayama : गलत तरीके से कपालभाति प्राणायाम करना आपकी सेहत के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। खासतौर से गलत कपालभाति प्राणायाम विधी हृदय रोगियों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए यह मृत्यु का कारण भी बन सकती है।
यदि आप अस्थमा से पीड़ित हैं और हृदय रोगी हैं और साथ ही साथ उच्च रक्तचाप, अल्सर, हर्निया, स्लिप डिस्क और ब्रोंकाइटिस से पीड़ित हैं तो आपको कपालभाति प्राणायाम से परहेज करना चाहिए।
जिनका पेट या स्पाइन से जुड़ा आपरेशन हुआ हो और गर्भवती महिलाऐं तथा ऐसी महिलाऐं जिनके मासिक धर्म शुरु हैं उन्हें भी कपालभाति प्राणायाम से परहेज करना चाहिए।
गलत कपालभाति प्राणायाम से सांसों की अनियंत्रित गति के कारण मस्तिष्क को सही मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचना कम हो जाता है, ऐसे में मस्तिष्क के कई सेल्स को नुक़सान पहुंच सकता है तथा बेहोशी और चक्कर आने जैसी तक़लीफ भी हो सकती है।
तो फिर कपालभाति प्राणायाम का सही तरीका क्या है और इस प्राणायाम को किन्हें नहीं करना चाहिए और इस कपालभाति प्राणायाम की सही विधी क्या है आइए आज हम आपको इस वीडियो में कपालभाति प्राणायाम के बारे में विस्तार से बताते हैं।